सपनों का भार (The Weight of Dreams)
सपनों का भार | The Weight of Dreams
तेलंगाना की सुनहरी सड़कों पर, कितने ही सपने बुने, कितनी आशाएं जगाई। आईआईटी की चर्चा में, कितनों ने निज जीवन लगाए, कितनों ने उस दर पर, अपनी युवा उम्र गँवाई।
उस सफलता की खोज में, कितनों ने रातें जागी, कितनों ने उस लक्ष्य को, अपनी आँखों में बसाया। जब वह सपना टूटता, कितने दिल टूटे, कितनी आँखें रोई, कितनों ने उस दर्द को, अपने दिल में छुपाया।
तेलंगाना का वो छात्र, जिसने सपने देखे, उम्मीदें बाँधी, कितनों ने उसे समझाया, कितनों ने उसे रोका। शिक्षा की राह में, कितनों ने अपनी ज़िंदगी दी, कितनों ने उस लक्ष्य को, अपनी जान से भी ऊँचा माना।
On Telangana's streets so gold,
Where dreams and tales are often told,
And aspirations touch the sky,
Yet sometimes fall, and hopes run dry,
When struggle's song does softly cease,
We name this silent song as Peace.
Peace, this dance of shifting dreams,
This play of lights and muted beams,
This never staying, always flow,
This chase of winds, wherever they blow,
This carousel that never stops,
Beyond the reach of life's hilltops.